आज शिक्षा मे सुधार बहुत आवश्यक है। राज्य सरकार शिक्षा मे सुधार के लिए दृण संकल्पित है। एंव आवश्यक कदम उठा रही हैं।वर्तमान स्थिति में प्रदेश के सरकारी प्रायमरी एवं मिडिल स्कूलो मे पढाई का स्तर ठीक नहीं है।शिक्षा विभाग स्वयं इस और गभीरता से सुधार के लिए प्रयासरत् है।ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा मे अधिक सुधार की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलो मे शिक्षक स्कूल समय अनुसार नहीं पहुंच पाते।साथ ही स्कूल समय से पूर्व ही स्कूल बंद कर दिया जाता हैं। स्कूल में अध्यनरत छात्रों की स्कूल मे पूर्ण उपस्थिति के लिए शिक्षक प्रयास नहीं करते। आज की स्थिति में कई नौनिहाल नियमित शाला नहीं पहुंच पा रहे है। इसका कारण यह भी हे की शिक्षक अपने पदस्थत ग्राम या कस्बे के मुख्यालय पर निवास नहीं करते। आमतौर पर आजका शिक्षक जिला या शहरी स्थान पर निवारत रह कर 10 से 30 किलोमीटर की दूरी तय करने उपरांत अपने पदस्थत शिक्षण संस्थानों में पहुंच रहे हैं। सरकार को ई अटेंडेंस के साथ साथ शिक्षको के मुख्यालय पर रहना भी सुनिश्चित करने की पहल करनी चाहिए। जब के शिक्षण संस्थान में पदस्थत 3 से 4 शिक्षको का स्टाफ ग्राम में निवासरत होगा तो ग्रामीणों से निरंतर वार्तालाप होगी ग्रामीणों का शिक्षा के प्रति सहयोग भी मिलेगा।। अधिकतर ग्राम में ऐसा भी देखा गया है कि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक मोबाइल फोन का उपयोग करते रहते हैं। जिसके कारण पढाई मे विलंब होता हैं। कहना ये कि शिक्षा मित्र ऐप । तो शिक्षकों के लिए मोबाइल पर शिक्षण कार्य करने के लिए भी समय निर्धारित किया जाना चाहिए।
वर्तमान समय में शिक्षा के सुधार के सबसे महत्वपूर्ण यह है सरकार शासकीय स्कूलो के शिक्षको की मुख्यालय पर रहने की स्थिति सुनिश्चित करे। जब शिक्षक अपने मुख्यालय पर रहेंगे तो ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के साथ साथ ग्रामीणों मे साफ सफाई स्वच्छता रहन सहन के उत्थान मे भी उत्प्रेरक का कार्य करेंगे। आज का शिक्षक मात्र 10 से 5 निर्धारित शासकीय समय मे ही शाला में उपस्थित रह कर अपने गंतव्य स्थान की और प्रस्थान कर जाते हैं।
शिक्षक ही समाज और प्रदेश एंव देश में शिक्षा मे सुधार का सबसे बड़ा सूत्रधार एंव जिम्मेदार हैं।
बाल विकास के लिये बाल दिवस के अवसर पर मेरी सरकार से विनती है कि शिक्षको की मुख्यालय पर रहने की स्थिति का सुनिश्चित करें।
ई अटेंडेंस के साथ ही ,शिक्षको का मुख्यालय पर रहना सुनिश्चित करें सरकार । शिक्षा मे गुणवत्ता में आवश्यक